श्री शिवशंकरजी की आरती

1 min read

श्री शिवशंकरजी की आरती

हर हर हर महादेव !
सत्य, सनातन, सुन्दर, शिव सबके स्वामी।
अविकारी अविनाशी, अज अन्तर्यामी॥
हर हर हर महादेव !

आदि, अनन्त, अनामय, अकल, कलाधारी।
अमल, अरूप, अगोचर, अविचल, अघहारी॥
हर हर हर महादेव !

ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर तुम त्रिमूर्तिधारी।
कर्ता, भर्ता, धर्ता, तुम ही संहारी॥
हर हर हर महादेव !

रक्षक, भक्षक, प्रेरक, प्रिय औढरदानी।
साक्षी, परम अकर्ता, कर्ता अभिमानी॥
हर हर हर महादेव !

श्री शिवशंकरजी की आरती|श्री शिवशंकरजी की आरती|Indichalisa|Indichalisa
श्री शिवशंकरजी की आरती

मणिमय-भवन निवासी, अति भोगी रागी।
सदा श्मशान विहारी, योगी वैरागी॥
हर हर हर महादेव !
छाल-कपाल, गरल-गल, मुण्डमाल व्याली।

Read Also: जुलम कर डारयो सितम कर डारयो

Read Also: हरिजी मेरी लागी लगन मत तोडना 

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours