आरती श्री रामायण जी की

1 min read

आरती श्री रामायण जी की
कीरति कलित ललित सिय पी की

गावत ब्रहमादिक मुनि नारद
बाल्मीकि बिग्यान बिसारद

शुक सनकादिक शेष अरु शारद
बरनि पवनसुत कीरति नीकी

गावत बेद पुरान अष्टदस
छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस

मुनि जन धन संतान को सरबस
सार अंश सम्मत सब ही की

गावत संतत शंभु भवानी
अरु घटसंभव मुनि बिग्यानी

ब्यास आदि कबिबर्ज बखानी
कागभुशुंडि गरुड़ के ही की

कलिमल हरनि बिषय रस फीकी
सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की

दलनि रोग भव मूरि अमी की
तात मातु सब बिधि तुलसी की

आरती श्री रामायण जी की
कीरति कलित ललित सिय पी की

आरती श्री रामायण जी की..

Read More: शिव खेले होली संग गौरा मैया भजन

Read More: साँवरिया आपा होली तो खेला रे

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours